600+ Best Facebook Attitude Status | Fb Shayari in Hindi 2024 |
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- Attitude Status Shayari in Hindi
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Latest Attitude Facebook Shayari for Boys & Girls
फेसबुक शायरी का मतलब होता है कि सामाजिक मीडिया प्लेटफ़ॉर्म फेसबुक पर कविताओं के रूप में वाक्यांश साझा करना। “शायरी” शब्द पारसी भाषा से लिया गया है और यह गहरी भावनाओं और भावनाओं को व्यक्त करने वाली कविता को दर्शाता है.
Facebook Shayari in Hindi
गुज़रते ? दिनों ? का #नहीबल्कि ? यादगार ☝
लम्हों ?? #का नाम ? #हैजिंदगी ?
ना तोल मेरी मोहब्बत को अपनी दिल्लगी से,
देख कर मेरी चाहत को अक्सर तराजू टूट जाते हैं
होना तो वही है जो मुकद्दर में लिखा है,
लेकिन वो मेरे ख्वाब, मेरे ख्वाब, मेरे ख्वाब।
न जाने कौन से झोंके में मेरी खुशबू हो,
तुम अपने घर का दरीचा सदा खुला रखना।
सुन कर ग़ज़ल मेरी,
वो अंदाज़ बदल कर बोले,
कोई छीनो कलम इससे,
ये तो जान ले रहा है…….!!
न जाने किस हुनर को शायरी कहते हो तुम,
हम तो वो लिखते हैं जो तुमसे कह नहीं पाते
अपने सिवा बताओ कभी कुछ मिला भी है उसे..
हज़ार बार ली हैं उसने मेरे दिल की तलाशियाँ!
वो एक रात जला तो उसे चिराग कह दिया,
हम बरसों से जल रहे हैं कोई तो खिताब दो।
- Shayari has a long history in South Asian culture and has evolved, incorporating influences from various languages.
- It can be written in different forms and styles, each with a unique structure, meter, and theme.
- Sharing Shayari on Facebook allows people to express their emotions, connect with others, and showcase their talents.
- Popular themes on Facebook Shayari include love, heartbreak, friendship, and spirituality, with many writers drawing inspiration from personal experiences.
- Shayari has played a role in social movements and political activism, such as during the Indian independence movement.
Facebook Post Shayari
बाज़ारों की चहल पहल से रौशन है
इन आँखों में मंदिर जैसी शाम कहाँ…
ये ज़लज़ले यूं ही बेसबब तो नहीं आते,
ज़रूर ज़मीन के नीचे कोई दीवाना तड़पता होगा।
उन्हें ये खौफ की हर बात मुझसे कह डाली ..
मुझे ये वहम की कोई ख़ास बात बाकी है …
किस लिए कतरा के जाता है मुसाफिर दम तो ले,
आज सूखा पेड़ हूँ कल तेरा साया मैं ही था।
पलकें भी चमक जाती हैं सोते में हमारी,
आँखों को अभी ख्वाब छुपाने नहीं आते ।
दुनिया फ़रेब करके हुनरमंद हो गई,
हम ऐतबार करके गुनाहगार हो गए।
कहने देती नहीं कुछ मुँह से मोहब्बत मेरी;
लब पे रह जाती है आ आ के शिकायत मेरी।
अगर बिकने पे आ जाओ तो घट जाते हैं दाम अक्सर,
न बिकने का इरादा हो तो क़ीमत और बढ़ती है।
Facebook Shayari Attitude
पूछा था हाल उन्हॊने बड़ी मुद्दतों के बाद…
कुछ गिर गया है आँख में…कह कर हम रो पड़े…
क्या तूने कहा, किसे खबर किसको पता ,
मैं तो तेरी आवाज ही सुनता रह गया …
दिल से दिल मिले या न मिले हाथ मिलाओ,
हमको ये सलीका भी बड़ी देर से आया।
लफ़्ज़…अल्फ़ाज़…कागज़ और किताब…
कहाँ कहाँ नहीं रखती तेरी यादों का हिसाब…
मिलने को तो हर शख्स एहतराम से मिला,
पर जो मिला किसी न किसी काम से मिला।
खींचती है मुझे कोई कशिश उसकी तरफ;
वरना मैं बहुत बार मिला हूँ आखरी बार उससे!..
दो शब्द तसल्ली के नहीं मिलते इस शहर में,
लोग दिल में भी दिमाग लिए फिरते हैं।
भरोसा तुझपे करूं भी तो किस तरह ऐ दोस्त
तू बात बात पे एहसान जो गिनाता है !!
आप की खा़तिर अगर हम लूट भी लें आसमाँ,
क्या मिलेगा चंद चमकीले से शीशे तोड़ के।
तेरी सूरत को जब से देखा है,
“मेरी आँखों” पे लोग मरते हैं|
Facebook Status Shayari
पांवों के लड़खड़ाने पे तो सबकी है नज़र,
सर पे कितना बोझ है कोई देखता नहीं।
ख़ामोशी ने भी कहे थे अफ़साने कई,
क़ाश के तुने मेरी आँखों को पढ़ा होता…
सितम ये है कि हमारी सफों में शामिल हैं,
चराग बुझते ही खेमा बदलने वाले लोग।
बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे
इक शहर अब इनका भी होना चाहिए……!!
एक रास्ता ये भी है मंजिलों को पाने का,
सीख लो तुम भी हुनर हाँ में हाँ मिलाने का।
जो ख्याल थे, न कयास थे, वो ही लोग मुझसे बिछड़ गए;
जो मोहब्बतों की आस थे, वो ही लोग मुझसे बिछड़ गए;
जब तक था दम में दम न दबे आसमाँ से हम,
जब दम निकल गया तो ज़मीं ने दबा लिया।
ज़िन्दगी में जो भी करना चाहता है कर गुज़र…
क्या खबर बरसों की है या लम्हा भर है ज़िन्दगी…
Facebook Shayari In Hindi
आईना फैला रहा है खुदफरेबी का ये मर्ज,
हर किसी से कह रहा है आप सा कोई नहीं।
रंग काला पड़ गया है मखमली तकदीर का,
मुफ़लिसी की धूप में अरमाँ जल कर खाक़ हुए..
ज़िंदा रहने की अब ये तरकीब निकाली है,
ज़िंदा होने की खबर सब से छुपा ली है।
गुज़र गया वो वक़्त जब तेरी हसरत थी मुझको;
अब खुदा भी बन जाए तो भी तेरा सजदा ना क
खूब हौसला बढ़ाया आँधियों ने धूल का,
मगर दो बूँद बारिश ने औकात बता दी।
कुछ ना कर सकोगे मेरा
मुझसे दुश्मनी करके,
मोहब्बत कर लो मुझसे, अगर मुझे
मिटाना ही चाहते हो तो
जो मुँह तक उड़ रही थी अब लिपटी है पाँव से,
बारिश क्या हुई मिट्टी की फितरत बदल गई।
सपनों की नन्ही डिबिया में अरमान बहुत सारे हैं……
कुछ कड़वी हक़ीकत से… कुछ आसमान के तारे हैं…!!!!!
Facebook Attitude Shayari
निकल आते हैं आँसू गर जरा सी चूक हो जाये,
किसी की आँख में काजल लगाना खेल थोड़े ही है
हम जानते तो इश्क़ न करते किसी के साथ;
ले जाते दिल को ख़ाक में इस आरज़ू के साथ
मिले जो मुफ्त में उस चीज की कीमत नहीं होती,
हुई है कद्र हर इक साँस की जब वक़्त आया है
तुम्हारी नफरत पर भी लुटा दी ज़िन्दगी हमने;
सोचो अगर तुम मोहब्बत करते तो हम क्या करते
सूखे हुए शजर को पानी मिला नहीं,
आज सब्ज़ हुआ आँगन तो बारिश होने लगी
कितने रंगीन नजारों में चली जाती है..
साँस बिकने को गुबारों में चली जाती है…
न रुकी वक़्त की गर्दिश न ज़माना बदला,
पेड़ सूखा तो परिंदों ने ठिकाना बदला।
शैतान हूँ मोहब्बत मुझे रास नहीं आती. .
अपने महबूब को भी हमने,अपने नफरत से जीता था.
Facebook Photo Shayari
वही ज़मीन है वही आसमान वही हम तुम,
सवाल यह है ज़माना बदल गया कैसे।
तुम्हारी पूरी कहानी नहीं….
बस उसका सबसे खूबसूरत हिस्सा होना चाहता हूँ !!
चलो कि हम भी ज़माने के साथ चलते हैं,
नहीं बदलता ज़माना तो हम ही बदलते हैं।
मुझे मेरे कल की फिक्र आज भी नहीं,
पर तुझे पाने की ख्वाहिश तो कयामत तक रहेगी
कभी तो अपने अन्दर भी कमियां ढूढ़े,
ज़माना मेरे गिरेबान में झाँकता क्यूँ हैं।
इनकार किया जिन्होंने मेरा समय देखकर ,,
वादा है ऐसा समय लाऊंगा कि मुझसे मिलने का भी समय लेना पड़ेगा .. ..
अक्स-ए-ख़ुशबू हूँ बिखरने से न रोके कोई,
और बिखर जाऊँ तो मुझको न समेटे कोई।
तारीफ़ अपने आप की करना फ़िज़ूल है,
ख़ुशबू खुद बता देती है कौन सा फ़ूल है।
Muskurahat Shayari Facebook
जिसकी कफस में आँख खुली हो मेरी तरह,
उसके लिये चमन की खिजाँ क्या बहार क्या।
किसी ने मुझसे पूछा ज़िन्दगी कैसे बर्बाद हुई,
मैंने ऊँगली उठायी और मोबाइल पर रख दी!
कांटे किसी के हक में किसी को गुलो-समर,
क्या खूब एहतमाम-ए-गुलिस्ताँ है आजकल।
रात सुकूँ है दिल को बेकरार न कर,
बिना सोचे किसी पर ऐतबार न कर.!
इन में लहू जला हो हमारा कि जान ओ दिल,
महफ़िल में कुछ चराग़ फ़रोज़ाँ हुए तो हैं।
चाँद भी झाँकता है खिड़कियों से,
मेरी तन्हाईयों की चर्चा अब आसमानों में है!
फिर नज़र में फूल महके दिल में फिर शम्में जलीं,
फिर तसव्वुर ने लिया उस बज़्म में जाने का नाम।
जिंदगी की सारी मुश्किलों से लड़ने के लिए, मुझे बस एक चीज चाहिए तुम्हारे प्यारी सी मुस्कान.!
Facebook Sad Shayari
प्यार हो या परिंदा,
दोनों को आज़ाद छोड़ दो,
अगर लौट आया तो तुम्हारा,
और अगर न लौटा तो वह तुम्हारा था ही नहीं कभी..
कुछ रिश्ते आजकल
उस रास्ते पर जा रहे हैं,
न साथ छोड़ रहे हैं,
और न ही साथ निभा पा रहे हैं…
शिकायत नहीं ज़िंदगी से,
की तेरे साथ नहीं,
बस तू खुश रहना यार,
अपनी तो कोई बात नहीं..
अब न करेंगे,
तुमसे कोई सवाल,
काफी हक़ जताने लगे थे तुमपर,
माफ करना यार..
अजीब हैं मेरा अकेलापन
न तो खुश हूँ,
न ही उदास हूँ,
बस खाली हूँ
और खामोश हूँ..
एक उम्र बीत चली हैं,
तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर हैं,
कल की तरह..
तेरी एक झलक पाने के लिए,
तरश जाता हैं मेरा दिल,
खुश किस्मत हैं वो लोग
जो तुझे रोज देखते हैं..
जिसने भी कहा हैं,
सच ही कहा हैं,
सुकून तो मरने के
बाद ही आता हैं..
Facebook Love Shayari
बेशक नजरों से दूर हो,
पर तुम मेरे सबसे करीब हो.!
आँख जो कुछ देखती है लब पे आ सकता नहीं,
महव-ए-हैरत हूँ कि दुनिया क्या से क्या हो जाएगी
ख़ुदावंद ये तेरे सादा-दिल बंदे किधर जाएँ,
कि दरवेशी भी अय्यारी है सुल्तानी भी अय्यारी
आँखों पर तेरी निगाहों ने दस्तख़त क्या किए,
हमने साँसों की वसीयत तुम्हारे नाम कर दी!
पहले ज़मीं बँटी फिर घर भी बँट गया,
इंसान अपने आप में कितना सिमट गया
भूलूँगा अगर तुझे, तो जी ना पाउँगा!
याद भी रखा अगर तो मर जाऊंगा.!!
हुकूमत बाजुओं के ज़ोर पर तो कोई भी कर ले,
जो सबके दिल पे छा जाए उसे इंसान कहते हैं
हुकूमत बाजुओं के ज़ोर पर तो कोई भी कर ले,
जो सबके दिल पे छा जाए उसे इंसान कहते हैं
अब तो चलते हैं बुतकदे से ऐ मीर,
फिर मिलेंगे गर खुदा लाया
कुछ बेगाने है, इसलिए चुप हैं,
कुछ चुप है, इसलिए बेगाने है.!
जिंदगी किसी के लिए नही बदलती,
बस जीने की वजह बदल जाती हैं.!
सुबह होती रही शाम होती रही
उम्र यूँ ही तमाम होती रही
इश्क की बात न पूछो इश्क बदनाम करता है,
रुलाता है हंसाता है बस यही काम करता है!
बहुत से लोग थे मेहमान मेरे घर लेकिन,
वो जानता था कि है एहतमाम किसके लिए
ज़िन्दगी की हर शाम हसीन हो जाए,
अगर मेरी मोहब्बत मुझे नसीब हो जाये!
सुकून मिलता है दो लफ्ज़ कागज पे उतार कर,
कह भी देता हूँ और आवाज भी नहीं होती
Facebook Dp Shayari
सितम तो ये है कि ज़ालिम सुखन-शनास नहीं,
वो एक शख्स जो शायर बना गया मुझको
कौन कहता है संवरने से बढ़ती है खूबसूरती दिलों में चाहत हो तो चेहरे यूँ ही निखर आते है.!
उनसे कहना अपनी किस्मत पे गुरूर अच्छा नहीं होता,
हम ने बारिश में भी जलते हुए घर देखे हैं
रोज ढलता हुआ सूरज कहता है मुझसे,
आज उसको बेवफा हुए एक दिन और बीत गया.!
रात तो वक़्त की पाबंद है ढल जाएगी,
देखना ये है चरागों का सफ़र कितना है
कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है साहब,
बोलने की भी और चुप रहने की भी !
लकड़ी के मकानों में चरागों को न रखिये,
अपने भी यहाँ आग बुझाने नहीं आते
मौत तो नाम से ही बदनाम है,
वरना तकलीफ तो जिन्दगी ही देती है
यहाँ लिबास की कीमत है आदमी की नहीं,
मुझे गिलास बड़े दे शराब कम कर दे
हम ने दिल के दरवाज़े पर लिखा था अन्दर आना मना है,
इश्क़ ने आ के फ़रमाया, माफ़ कीजियेगा मैं अँधा हूँ.!
करते हैं मेरी कमियों को बयान ऐसे,
लोग अपने किरदार में फ़रिश्ते हों जैसे।
चलो माना दुनियाँ बहुत बुरी है,
तुम तो अच्छे बनो तुम्हे किसने रोका है!
शायद कोई तराश कर मेरी किस्मत संवार दे,
यह सोच कर हम उम्र भर पत्थर बने रहे
चलो तुम रास्ते ख़ोजो बिछड़ने के,
हम माहौल पैदा करते है मिलने के.
हर इक रात में सौ बार जला और बुझा हूँ,
मुफ़्लिस का दिया हूँ मगर आँधी से लड़ा हूँ
Facebook Stylish Shayari
वो पहले सा कहीं मुझको कोई मंज़र नहीं लगता,
यहाँ लोगों को देखो अब ख़ुदा का डर नहीं लगता
एक ज़लज़ला जो उल्फत-इ-दरिया की कहानी है,
एक शाम जो उल्फत में दीवानी है.
करम ही करना है तुझको तो ये करम कर दे,
मेरे खुदा तू मेरी ख्वाहिशों को कम कर दे
वो मेरा है तो कोई और उसे क्यो देखे,
जाने क्यों मुहब्बत मे, बच्चा सा हो गया हुँ मैं !
ये पेड़ ये पत्ते ये शाखें भी परेशान हो जाएं,
अगर परिंदे भी हिन्दू और मुस्लमान हो जाएं।
मत खोलना मेरी किस्मत की किताबों को,
हर उस शख्स ने दिल दुखाया है, जिस पे नाज़ था!!
अपनी मंज़िल पे पहुँचना भी खड़े रहना भी,
कितना मुश्किल है बड़े होके बड़े रहना भी
जाओ माफ किया आज हमने तुम्हें,
अब खुद को माफ कर सको तो कर लेना!
बेकसूर कोई नहीं इस ज़माने में,
बस सबके गुनाह उजागर नहीं होते
मोहब्बत उसे भी बहुत है मुझसे,
जिंदगी सारी इस वहम ने ले ली.!
जलज़ला सा है दिल की गलियो में,
शायद तेरे एहसास गुज़रे है इधर से
ज़माना दूरियों का मतलब नहीं जानता,
हमारे प्यार की वो ताक़त नहीं जानता.!
मेरी शायरी का असर उनपे हो भी तो कैसे हो ?
कि मैं एहसास लिखता हूँ तो वो अल्फाज़ पढ़ते हैं
Facebook Shayari Dosti
यों लगे दोस्त तेरा मुझसे ख़फा हो जाना
जिस तरह फूल से ख़ुश्बू का जुदा हो जाना
ये कह कर मुझे मेरे दुश्मन हँसता छोड़ गए
तेरे दोस्त काफी हैं तुझे रुलाने के लिए
हमें भी आ पड़ा है दोस्तों से काम कुछ यानी,
हमारे दोस्तों के बेवफ़ा होने का वक़्त आया….
ऐ दोस्त यूँ तो हम तेरी हसरत को क्या कहें
लेकिन ये ज़िंदगी भी कोई ज़िंदगी नहीं
यकीन नहीं तुझे अगर, तो आज़मा के देख ले,
एक बार तू, जरा मुस्कुरा के देख ले,
जो ना सोचा होगा तूने, वो मिलेगा तुझको भी,
एक बार आपने कदम, बढ़ा के देख ले…
सच्चे दोस्त हमे कभी गिरने नहीं देते,
ना किसी कि नजरों मे, ना किसी के कदमों मे…
अपनी दोस्ती का बस इतना सा उसूल है…
ज़ब तू कुबूल है तो तेरा सब कुछ कुबूल है….
जहाँ दुनिया निगाहें फेर लेगी
वहाँ ऐ दोस्त तुमको हम मिलेंगे..
जिन्दगी आप की ही नवाजिश है
वरना ऐ दोस्त हम मर गये होते…
लाख बेमेहर सही दोस्त तो रखते हो “फ़राज़”
इन्हें देखो कि जिन्हें कोई सितमगर ना मिला…
यह कहाँ की दोस्ती है कि बने हैं दोस्त़ नासेह
कोई चारासाज होता कोई गमगुसार होता…
दोस्ती और किसी ग़रज़ के लिए
वो तिजारत है दोस्ती ही नहीं…
मेरे दोस्त की पहचान यही काफी है
वो हर शख्स को दानिस्ता* खफा करता है…
तुम तक़ल्लुफ़ को भी इख़लास समझते हो “फ़राज़”
दोस्त होता नहीं हर हाथ मिलाने वाला….
Frequently Asked Questions
Thanks for following this post till the end, and we also hope you have enjoyed our Latest Facebook Shayari. We always do long research before providing you with our post. So, If you find our post awesome and helpful, keep sharing, enjoying, and spreading love.
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Suraj Kumar
Suraj Kumar is an accomplished content writer specializing in crafting engaging and impactful content for social media platforms, particularly Facebook and Instagram. His passion for storytelling and understanding social media dynamics set him apart in digital communication.